अधिकार की अपनी सीमा होती है, उस सीमा की रक्षा के लिए, अधिकार प्रयोग संयत रखना चाहिए। Rabindranath Tagore
ये लम्हा कुछ ख़ास हैं, बहन के हाथों में भाई, का हाथ हैं, ओ बहना तेरे लिए, मेरे पास कुछ ख़ास हैं, तेरे सुकून की खातिर, मेरी बहना, तेरा भाई हमेशा तेरे, साथ हैं | Happy RakshaBandhan
रेशम की डोरी से बांधा एक बहन ने अपनी भाई की कलाई पर प्यार।
किसी के जख्म पर चाहत की पट्टी कौन बांधेगा अगर बहन नहीं होगी तो राखी कौन बांधेगा|
भगवान हर जगह नहीं हो सकते, इसलिए उन्होंने मां को बनाया और मां हर वक्त हमारे साथ नहीं हो सकती, इसीलिए भगवान ने बहन को बनाया।
आया राखी का त्योहार, छाई खुशियों की बहार रेशम की डोरी से बांधा एक बहन ने अपनी भाई की कलाई पर प्यार।।
साथ पले और साथ बड़े हुए, खूब मिला बचपन में प्यार, भाई-बहन का प्यार बढ़ाने, आया राखी का त्योहार |
याद है हमारा वो बचपन, वो लड़ना – झगड़ना और वो मना लेना, यही होता है भाई – बहन का प्यार, और इसी प्यार को बढ़ाने के लिए आ रहा है, रक्षा बंधन का त्योहार|
रिश्ता हम भाई बहन का, कभी खट्टा कभी मीठा, कभी रूठना कभी मनाना, कभी दोस्ती कभी झगड़ा, कभी रोना और कभी हसाना, ये रिश्ता है प्यार का, सबसे अलग सबसे अनोखा |
चन्दन की डोरी फूलों का हार, आए सावन का महिना और राखी का त्योहार, जिसमें है झलकता भाई-बहन का प्यार |
मुझे कभी भी अपनी रक्षा करने की , कोई इच्छा नहीं थी , और कभी भी मैंने इसके बारे में , गंभीरता से नहीं सोचा। Bhagat Singh